गरबा आयोजन बना राजनीति का अखाड़ा, एक समिति को परमिशन दूसरे को जगह बदलने की सलाह

विधायक के कृत्य  से विधानसभा के समस्त लोग हुये आक्रोशीत


कसडोल। कसडोल नगर में बीते 5 वर्षो से लगातार जय माँ दुर्गा गरबा समिति के तत्वावधान में गरबा का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन इस बार नगर में आयोजित समिति के 2 फड़ होने के कारण पूरा गरबा राजनीतिकरण के भेंट चढ़ता नजर आ रहा है, आपको बता दे कि एक समिति  को जनपद पंचायत और नगर पंचायत के सेंटर में गरबा आयोजन का परमिशन दिया गया है लेकिन दूसरे समिति को अब गुरुघासीदास मैदान में जगह देने के लिए प्रशासन अड़ंगे लगा रहा है।  और तरह तरह के बहाने बनाकर जगह नही दिया जा रहा है जबकि अभी हालही में 2 कार्यक्रम सम्पन्न हो चूके है। आपको बता दे कि समिति के द्वारा उक्त जगह के लिये बाकायदा पत्र लिखकर कलेक्टर और एसडीएम से भी जगह आवंटित करने की गुहार लगा चुके है लेकिन अभी तक परमिशन नही मिल सका है।

बाइट देने के लिए अधिकृत नही हूँ। राधेश्याम वर्मा, अतिरिक्त तहसीलदार कसडोल

सोमवार को समिति के सदस्य और कांग्रेस के नेता प्रशासन से मिलकर परमिशन देने की मांग की है नही तो आंदोलन की चेतावनी दी गई है। गौरतलब है कि बीते 1 सप्ताह से 500 से ऊपर बच्चों को गरबा नृत्य सिखाया जा रहा है, और गरबा स्थल पर बाकायदा टेंट भी लगाया जा रहा है,  लेकिन अब गरबा समिति को परमिशन नही मिलने पर समिति के अलावा बच्चों भी आक्रोशित नजर आ रहें है। और परमिशन नही मिलने पर एसडीएम कार्यालय के घेराव सहित पैदल मार्च करते हुऐ कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की बात कही जा रही है। सत्ता सरकार एवं राजनीति दबाव के चलते जिला प्रशासन एवं आला अधिकारी हुये नदमस्तक ।  उक्त निंदनीय कृत्य  पर विधायक कसडोल पर उठ रहे सवाल ।

प्रभारी मंत्री से भेंट भी असफल

सोमवार को जिले के प्रभारी मंत्री उमेश पटेल सर्विलांस सिस्टम लोकार्पण कार्यक्रम में बलौदाबाजार पहुँचे हुए थे इस दौरान समिति के सदस्य अपनी मांगों को लेकर प्रभारी मंत्री से मुलाकात कर जगह देने की बात कही। जिसपर प्रभारी मंत्री ने तत्काल कलेक्टर को निराकरण करने की बात कही। लेकिन इसके बाद कलेक्टर ने भी जगह में गरबा की परमिशन से इंकार कर दिया। बहरहाल अब आगे देखना होगा कि समिति के सदस्य अपनी मांगों को लेकर कहाँ तक फरियाद लगाते है।

इनका कहना है।

लगातार5 वर्षो से गरबा होता आ रहा है, नगर पंचायत ने भी एनओसी जारी कर दिया है बावजूद प्रशासन द्वारा अड़ंगा लगाना गलत है। बच्चों के हितों को देखते हुए प्रशासन को परमिशन देना चाहिए।

ऋतिक मिश्रा, उपाध्यक्ष, नगर पंचायत कसडोल

हम लोग 5 वर्षो से गरबा कर करवा रहे है लेकिन इस तरह से प्रशासन द्वारा भेदभाव करना गलत है, अगर हमारी मांग पूरी नही हुई तो हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

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